नानाभाई मूस रिसर्च फैलोशिप (एनएमआरएफ)
भारतीय भू-चुंबकत्व संस्थान (भा.भू.सं) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का एक प्रमुख संस्थान है जो भूचुंबकत्व और इससे संबद्ध क्षेत्रों में मौलिक अनुसंधान का कार्य कर रहा है। संस्थान अनुसंधान के लिए युवा और समृद्ध वैज्ञानिक प्रतिभा को आकर्षित करने में सफल रहा है। इस संस्थान में विभिन्न वैज्ञानिक विषयों में वैज्ञानिक प्रतिभा को विकसित करने एवं उसे और अधिक समृद्ध बनाने के लिए एक नई पोस्टडॉक्टोरल रिसर्च फ़ेलोशिप योजना "नानभाई मूस रिसर्च फ़ेलोशिप (एनएमआरएफ)" की शुरूआत की गई है।
दिशानिर्देश:
आवेदन अवधि: फ़ेलोशिप के लिए आवेदन पूरे वर्ष प्राप्त किये जाते हैं। पर्याप्त संख्या में आवेदन प्राप्त होने पर चयन किया जाता है।
पात्रता: भूचुंबकत्व/ठोस पृथ्वी भूभौतिकी/अंतरिक्ष मौसम/सूर्य-पृथ्वी परस्पर क्रिया की मॉडलिंग/जलवायु विज्ञान में पीएच.डी. डिग्री। जिन उम्मीदवारों ने अपनी थीसिस जमा कर दी है, या जो अपनी थीसिस जमा करने वाले हैं वे भी आवेदन कर सकते हैं लेकिन उनका चयन इस शर्त के अधीन होगा कि उन्हें फेलोशिप प्रस्ताव की वैधता समाप्त होने से पहले पीएचडी की डिग्री प्राप्त हो जाए। उम्मीदवार को भारत का नागरिक/स्थायी निवासी होना चाहिए और उसके पास कोई स्थायी पद/रोजगार नहीं होना चाहिए।
वांछनीय: आवेदकों द्वारा उच्च प्रभाव कारक सहकर्मी समीक्षा वाली एससीआई पत्रिकाओं में शोध प्रकाशनों के माध्यम से उत्कृष्टता साबित की होनी चाहिए। जिस संस्थान से उम्मीदवार ने डॉक्टरेट की है, उसके अलावा किसी प्रतिष्ठित संस्थान में न्यूनतम एक वर्ष का शोध अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
आयु सीमा: ऊपरी आयु सीमा 32 वर्ष है जिसमें ओबीसी के मामले में 3 साल तक और एससी/एसटी/महिला/शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के मामले में 5 साल तक की छूट है।
फ़ेलोशिप की अवधि: दो वर्ष। एनएमआर फेलो को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन, बाह्य समीक्षा समिति की सिफारिशों और भा.भू.सं. के निदेशक द्वारा अनुमोदन के आधार पर अधिकतम एक वर्ष की अवधि के लिए और बढ़ाया जा सकता है।
कार्यस्थल: उम्मीदवार भा.भू.सं. के निम्नलिखित केंद्रों में से में से किसी एक पर कार्य करने का चुनाव कर सकता है: भारतीय भूचुंबकत्व संस्थान, नवी मुंबई, न्यू पनवेल (मुख्यालय) ; भारतीय भूचुंबकत्व संस्थान, केएसकेजीआरएल, प्रयागराज (क्षेत्रीय केंद्र) ; भारतीय भूचुंबकत्व संस्थान, ईजीआरएल, तिरुनेलवेली (क्षेत्रीय केंद्र)
आवेदन जमा करने के लिए निर्देश:
शोध प्रस्ताव: उम्मीदवार मेजबान संस्थान यानी भा.भू.सं. में कार्यरत विशेषज्ञों की देखरेख में काम करना चुन सकता है। चुने गए विशेषज्ञ को भा.भू.सं.का स्थायी कर्मचारी होना चाहिए और उनके पास प्रस्तावित अनुसंधान परियोजना के क्षेत्र में प्रासंगिक अनुभव होना चाहिए (मेजबान शोधकर्ता से स्वीकृति पत्र अनिवार्य है)। उम्मीदवार प्रस्तावित शोध समस्या पर स्वतंत्र रूप से काम करना भी चुन सकता है। भा.भू.सं. में कार्यरत वैज्ञानिकों/विशेषज्ञों का विवरण www.iigm.res.in से प्राप्त किया जा सकता है। उम्मीदवार को शोध प्रस्ताव प्रस्तुत करने के प्रारूप का पूर्णत: पालन करना चाहिए। शोध प्रस्ताव तीन पृष्ठों से अधिक का नहीं होना चाहिए (फ़ॉन्ट आकार 12, टाइम्स न्यू रोमन)।
नानाभाई मूस पोस्टडॉक्टोरल रिसर्च फैलोशिप (एनएमआरएफ) कार्यक्रम के लिए दिशानिर्देश
1. उम्मीदवार के पास आवेदन जमा करते समय भा.भू.सं. में किए जा रहे अनुसंधान के किसी क्षेत्र में पीएच.डी. डिग्री या मौखिक परीक्षा का प्रमाण होना चाहिए।
2. प्रथम लेखक के रूप में समकक्ष समीक्षा वाली पत्रिकाओं में कम से कम दो प्रकाशन होने चाहिए।
3. प्रथम लेखक के रूप में प्रकाशित सहकर्मी समीक्षा वाली पत्रिकाओं में प्रकाशनों का औसत प्रभाव कारक कम से कम 2 होना चाहिए।
4. भा.भू.सं. में पोस्टडॉक्टरल अनुसंधान के तहत अपनाए जाने वाले अनुसंधान क्षेत्र सीधे भा.भू.सं. की अनुसंधान गतिविधियों से संबंधित होने चाहिए। आवेदन में विस्तृत शोध योजना, भा.भू.सं. में प्रस्तावित सहयोगी का नाम, प्रकाशनों की सूची सहित पूरा जीवनवृत्त (सीवी) आदि शामिल होना चाहिए।
5. चयन के लिए दो चरणों वाली प्रक्रिया का पालन किया जाता है। पात्र आवेदनों की जांच एक आंतरिक समिति द्वारा की जाएगी और अंतिम चयन एक विशेषज्ञ समिति के माध्यम से किया जाएगा। प्रत्येक शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवार को बाहरी और आंतरिक विशेषज्ञों वाली एक समिति के समक्ष प्रस्तावित अनुसंधान परियोजना की प्रस्तुति देनी होगी, जिसके बाद समिति के साथ साक्षात्कार/चर्चा होगी।
6. मूस फ़ेलोशिप के लिए आवेदन पूरे वर्ष प्राप्त किये जाते हैं। हालाँकि, पर्याप्त संख्या में आवेदन प्राप्त होने पर चयन हर 6 महीने में एक बार किया जाएगा।
7. ऊपरी आयु सीमा 32 वर्ष है जिसमें ओबीसी के मामले में 3 वर्ष तक और एससी/एसटी/महिला/शारीरिक रूप से विकलांग उम्मीदवारों के मामले में 5 वर्ष तक की छूट है।
8. चयनित उम्मीदवार को 75,000 रुपये प्रति माह की समेकित फ़ेलोशिप दी जाएगी। मूस फेलो भी उपलब्धता और भा.भू.सं. नीतियों के अनुसार आवास के लिए पात्र हैं। यदि आवास प्रदान नहीं किया जाता है, तो लागू आवास किराया भत्ता का भुगतान किया जाएगा। उनके अनुसंधान को सुविधाजनक बनाने के लिए फेलोशिप के अलावा, प्रति वर्ष 3.00 लाख रुपये का आकस्मिक अनुदान प्रदान किया जा सकता है।
9. जो उम्मीदवार इस श्रेणी के तहत आवेदन करना चाहते हैं, वे ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन जमा कर सकते हैं और आवेदन की मूल प्रतिलिपि (हार्ड कॉपी) सभी सहायक दस्तावेजों के साथ रजिस्ट्रार, भारतीय भूचुंबकत्व संस्थान, प्लॉट -5, सेक्टर 18, कलंबोली हाइवे के पास, न्यू पनवेल (पश्चिम), नवी मुंबई, 410218 के पते पर भेज सकते हैं।